22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 33 देशों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात करेंगे ताकि आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति को स्पष्ट किया जा सके। इस हमले को “मानवता और कश्मीरियत पर हमला” करार देते हुए, मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकी ढांचे को नष्ट करने की बात कही।
यह मुलाकातें वैश्विक समुदाय को भारत की आतंकवाद-विरोधी नीति और पाकिस्तान से जुड़े आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई के बारे में जागरूक करने का प्रयास हैं। सरकार ने इस हमले को देश की एकता पर हमला बताया और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही है।
विपक्ष ने इस मुद्दे पर विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की है, ताकि पहलगाम हमले और भारत-पाक तनाव पर चर्चा हो सके। यह कदम भारत की कूटनीतिक रणनीति को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।